मुनीर अब बर्दाश्त नहीं भड़के शाहबाज पाक में सेना से सरकार की भिड़ंत असीम अली की परमाणु धमकी। पर अमेरिका में हो गया बवाल।

का आसिफ अली जरदारी में फिल्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सज नियुक्त कर दिया वही 40 से अधिक अमेरिका सांसदों में सेक्रेटरी ऑफ स्टेट मार्को रिव्यू की अपील की है कि वह पाकिस्तान के आर्मी की असीम मुनीर और बड़े अधिकारियों पर वीजा बनाकर संपत्ति फ्रिज करें पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी में फील्ड मार्शल सैयद असीम मुनीर को देश का पहला के ऑफ डिफेंस फोर्सज नियुक्त कर दिया उनका कार्यकाल 5 साल का होगा प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने मुनीर को आर्मी चीफ और के ऑफ डिफेंस फोर्सेस दोनों पदों के लिए जो सिफारिश भेजी थी उसे राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी राष्ट्रपति भवन ने अपने आधिकारिक एक्सपोज्ड में लिखा कि हंसी मुनीम को एक साथ दोनों पदों पर अगले 5 वर्षों के लिए नियुक्त किया गया है।
अमेरिकी नागरिकों व परिजनों को किया जा रहा प्रताड़ित।
पत्र में सांसदों ने कहा कि पाकिस्तान में अधिनायक वादी अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने वाले अमेरिकी नागरिकों और उनके परिजनों को धमकियां और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है उन्हें मैन मैन ढंग से विरासत में रखा जा रहा है जोर जबरदस्ती करने के साथ-साथ उनके साथ हिंसा भी की गई है यह घटनाएं नागरिक और राजनीतिक अधिकारों से जुड़े अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है लोकतांत्रिक संस्थाओं और मौलिक स्वतंत्रता की अवस्थिति रूप में नष्ट किया जा रहा है सांसदों ने कहा है कि अमेरिका और पाकिस्तान की साझेदारी अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन यह साझेदारी मानवाधिकारों लोकतंत्र शासन और कानून के राज्य के प्रति साझा प्रतिबद्धता पर आधारित होने चाहिए।
बलूचिस्तान में हिंसा
चिट्ठी और सांसदों में बलूचिस्तान में पाकिस्तान सुना की जुल्म का खासतौर से जिक्र किया है महिलाएं धार्मिक अल्पसंख्यक और खास कर बलूचिस्तान में हाशिए पाल धकेली गई समूह भयंकर हिंसा और निगरानी का सामना करते हैं यह नागरिक समाज को कुचलना वाले एक संयोजित अभियान को दर्शाता है विपक्षी नेताओं को बिना आरोप अनिश्चितकालीन हिरासत में रखा जाता है निष्पक्ष मुकदमे में वंचित किया जाता है आम नागरिकों को सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर गिरफ्तार किया जाता है पाकिस्तान की यह अधिनायक वादी व्यवस्था लगातार दमन के माध्यम से कायम है।
खोजी पत्रकार के भाइयों को किया अगवा संगीतकार को धमकाया।
सांसदों ने कहा है की सेवा के भ्रष्टाचार पर रिपोर्टिंग के लिए जाने जाने वाले वर्जीनिया के खोजी पत्रकार अहमद नूरानी लगातार धमकियां का सामना कर रहे हैं उनकी एक खोजी रिपोर्ट के बाद इस्लामाबाद में उनके भाइयों को घर से अगवा कर बेटा गया और एक महीने से ज्यादा हिरासत में रखा गया अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना को उदाहरण के तौर पर पेश किया इस तरह सेवा से संगीतकार सलमान अहमद को फिर डराया धमकाया अमेरिका और पाकिस्तान दोनों में उनके परिवार को धमकियां दी गई बिना किसी आप की उनके साले को अगवा कर एफबीआई के हस्तक्षेप तक हिरासत में रखा गया उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में स्वतंत्रता पत्रकारों को परेशान किया जाता है भगवा किया जाता है यह देश छोड़कर भागने पर मजबूर किया जाता है।
मुनीर पर मैग्नित्सकी प्रतिबंध की मांग।
सांसदों ने अंत में अमेरिका सरकार से कुछ सवाल भी किया पूछा कि इन अत्याचारों में सेवा प्रमुख मुनीर की केंद्रीय भूमिका देखते हुए क्या सरकार ने उन पर मैग्नित्सकी प्रतिबंध या वीजा प्रतिबंध लगाया है यदि नहीं तो ऐसा क्यों नहीं किया गया अमेरिकी मैग्नित्सकी अधिनियम के तहत गंभीर मानवाधिकार हनन में शामिल विदेशी व्यक्तियों पर वित्तीय और यात्रा प्रतिबंध लगाए जाते हैं अमेरिका मैं ऐसे लोगों की संपत्ति विरुद्ध हो जाती है और उनके प्रवेश में भी रोका जा सकता है